Bageshwar dham news | बागेश्वर धाम की सचाईं

bageshwar dham news बागेश्वर धाम धीरेंद्र शास्त्री की फूल सचाई दोस्तों कुछ दिनों से सभी न्यूज चैनलों पर सिर्फ बागेश्वर धाम का ही ख़बर चल रहा है लेकीन अभी तक इस चमत्कार का कोई नतीजा नहीं निकला आखिर इन कलाबाज़ी का सच्चाई किया है चलिए जानते है।

Bageshwar dham news

दोस्तो जो कलाबाज़ी बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र शास्त्री दिखा रहे है इसको हम कोई दिव्य सकती समझे या कोई हाथों की सफाई दोस्तो इस दुनियां में बहुत से ऐसे लोग है जो अनेक प्रकार के कला बाज़ी दिखाते है, जिसे देखने के बाद आपको ऐसा लगने लगता है मानो सामने वाले मनुष्य के पास कोई दिव्य सकती है।

दोस्तो अगर आप इस तरह के वीडियो देखना चाहते है और जानना चाहते है आखिर लोग ऐसे कलाबाज़ी कैसे करते है आपके यूट्यूब पर धीरेंद्र शास्त्री जैसे बहुत संख्या में वीडियो मिल जाएंगी।

आपको यूट्यूब पर अनेकों कला बाज़ी के ऐसे वीडियो देखने को मिलेंगे जिनमे जक्स के केवल अपने रोज़ी रोटी के लिए मेहनत करते है और दर्शक को  जादू, काला जादू और और अपने हाथो की सफाई दिखाते है उनको हम केवल जादूगर के नाम से जानते है।

अगर ऐसा ही कारनामा किसी पदवी पर बैठा हुआ धर्म गुरु संत दिखाने लगे जाए तो हम लोग उसे दिव्य सकती चमत्कार समझते है एक जादूगर में और एक संत के केवल इतना ही अंतर है जादूगर चौराहे पर कलाबाज़ी करते है वह धर्म के नाम पर कभी लोगो को मूर्ख नही बनते, और वही जादूगर वाली कलाबाज़ी संत जान लेता हैं वह धर्म को धंधा में बदलने की कोशिश करता है।

बाबा धीरेंद्र शास्त्री जैसे कला बाज़ी ABP news पर एक माइंड रीडर सुहानी शाह लड़की ने बहुत ही अच्छे से कर दिखाया तो क्या हम उस लड़की को गुरु महाराज समझने लग जाए और उसके पैर को चूमे जाकर ऐसा कदापि नहीं करना चाहिए। 

ऐसे ऐसे कारनामे तो देहाती गांव में भी होते जी भैरों मसानी साध चुके है साप काटने पर विश भी काट देते है मंत्र मार कर लेकिन उन लोगो ने इस कार्य को कभी धर्म वाला धंधा नही बनाया।

एक संत की पहचान ऐसे होते है।

एक संत की पहचान उनके सत्य ज्ञान और उनके समाज सुधारक ज्ञान से होती है जो संत 5 वेदों और 18 पुराण को प्रमाण सही लाइव दिखाकर समझाए हमे भगति कैसे करनी चाहिएं, हमारे ख़राब आदतों को छुड़ाए जैसे किसी भी प्रकार के नशा करना, और बेटा बेटियों की शादी बिना दहेज और साधारण तरीके से करने की सलाह देना चाहिएं, किसी को रिश्वत नही देना और नही लेना वही संत है।

फिलहाल भारत में एक ही संत है जो 5 वेद और 18 पुराण को सबके सामने प्रमाण सहित दिखाकर बताते है हमारे सद ग्रंथो को की सटीक जानकारी देता है बाकी जितने भी गुरु इन होने अपने धंधे को बरकार रखने के लिए लोगो को प्रमाण सहित आज तक भगवत गीता का ज्ञान प्रमाण सहित नही दिखाया केवल मुख से ही सुनाया है इन आचार्यों ने और हमारे गुरुओं ने और कभी ऋगवेद का नाम तक नहीं लिया।

संत रामपाल जी को ही वेदों को प्रमाण सहित ज्ञान बताते हुए मैने देखा और बाकी लोग भी यही बोल रहे हैं हमारे धर्म गुरु को वेदों के प्रमाण सहित ज्ञान बताना चाहिए यही एक संत के लक्षण होते है।  

एक सत्संग में भगत को क्या ज्ञान दे रही है देवी चित्र लेखा जी शराब सभी को पीना चाहिएं अच्छी चीज है संत तो बुराई छुड़ाते है लेकीन देवी जी तो बुराइयां बढ़ा रही है इनको हम कैसे धर्म गुरु कहे बहुत ही शर्म की बात है।




एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ